लेखनी प्रतियोगिता -कविता- मिलावटी प्यार -विजय पोखरणा-"यस" -09-Jan-2023
💘💘मिलावटी प्यार💘💘
💓💓💓💓💓💓💓💓💓
आजकल मिलावट के जमाने में
शुद्ध प्यार को पाने में
शोर के शोरगुल में खो जाने में
क्षणिक आनंद कि अनुभूति में
सच्चे दिल के प्यार को
कोन समझता हैं।
आधुनिक समय में इंतजार
करने कि इच्छा का सोचना बेमानी हैं
लिवइन रिलेशनशिप का बोलबाला जो हैं
यादों में गुजरने का भाव सपना हैं
आधुनिकता कि दौड़ में प्रेम मतलबी सा हैं ।
श्वेत धवल प्रेम बेमानी हैं
जिन्दगी क्या दिखेंगी
भविष्य के गर्भ में निहित हैं
जो खुशियां मिल रहीं हैं
उन्हें भरसक बटोरते चले
आनंद को बढ़ाते चले।
शुभ रात्रि।
✍️ विजय पोखरणा "यस"
अजमेर
Madhu Gupta "अपराजिता"
10-Jan-2023 07:40 PM
बहुत ख़ूब👌👌👌
Reply
VIJAY POKHARNA "यस"
11-Jan-2023 07:37 AM
🙏🙏
Reply
Gunjan Kamal
10-Jan-2023 10:02 AM
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 👌🙏🏻
Reply
VIJAY POKHARNA "यस"
10-Jan-2023 02:16 PM
🙏🙏
Reply
Abhilasha deshpande
10-Jan-2023 07:42 AM
Nice
Reply
VIJAY POKHARNA "यस"
10-Jan-2023 10:02 AM
🙏🙏
Reply